निधि मिश्रा
भारत के हिल स्टेशन इतिहास और संस्कृति से भरे हुए है। आज हम आपको कुछ ऐसे हिल्स स्टेशन के बारे में बताने वाले है। जहां आप दोस्तों और परिवारों के साथ घूमने जा सकते है।
शिमला की संरक्षित औपनिवेशिक कला, जैसे गॉथिक चर्च, ट्यूडर शैली की अदालतें, टाउन हॉल और थिएटर, यह जगहें घूमने के लिए काफी अच्छी मानी जाती है।
ऊटी दक्षिण भारत का प्राटीन और आकर्षक हिल स्टेशन है। यहां के चाय के बगान झीलें और ब्रिटिश युग के विरासत के बीच घूमना एक यादगार अनुभव हो सकता है।
दार्जिलिंग जो 1800 के दशक में ब्रिटिशों द्वारा स्थापित किया गया था, वह कंचनजंगा के अदभुत नज़रों, गॉथिक कॉटेज और चर्च, और विरासत के रूप में टॉय ट्रेन के लिए प्रसिद्ध है।
पश्चिमी घाट के हरित और समृद्ध क्षेत्र में स्थित कोडाइकनाल, 19वीं सदी से ये गर्मी से बचने के लिए एक लोकप्रिय हिल स्टेशन बना हुआ है।
'पहाड़ों की रानी' का इतिहास गोरखा विजय और 1800 के दशक में ब्रिटिश कब्जे से जुड़ा हुआ है। आज ये हिल स्टेशन हनीमूनर्स और परिवार के लिए एक पसंदीदा घूमने की जगह बन गया है।
अपनी समृद्ध विरासत और प्राचीन मंदिरों के लिए जाना जाने वाला माउंट आबू, राजस्थान का एक बेहद ही खूबसूरत हिल स्टेशन है। यहां का ठंडा मौसम, रेगिस्तान की गर्मी से एक सुकून देने वाला अनुभव है।
ब्रिटिश राज के दौरान लोकप्रिय हुआ कूर्ग (कोडागु), आज अपने गहरे इतिहास और प्राकृतिक ख़ूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है। यहां के कॉफी एस्टेट और झीलों को एक्सप्लोर करके आप एक अच्चा समय बिता सकते है।
1850 के दशक से गर्मी से बचने के लिए महाराष्ट्र का एक लोकप्रिय स्थल, माथेरान है। यह अपनी चमकते झीलों और मनोरम दृष्टिकोण के लिए प्रसिद्ध है। ये पुराना हिल स्टेशन अपनी प्राकृतिक ख़ूबसूरती से पर्यटकों को आकर्षित करता है।
पहले मैसूर के राज्य का हिसा रह चुका कुन्नूर, अब प्राकृतिक इतिहास और पक्षी विज्ञान का एक प्रमुख केंद्र बन गया है। यहां के सुगंधित चाय के बगानों और प्राकृतिक नजारें देखने को मिलते है।
1200 के दशक में राजा भोज का राजस्थान रहा महाबलेश्वर, जो अपने इतिहास किलों और सुंदर बगीचों के लिए प्रसिद्ध है। स्ट्रॉबेरी के खेतों और धुंध से घिरी वादियों के साथ, ये गर्मी के दिनों में घूमने के लिए एक अद्भुत जगह है।