निधि मिश्रा
शहीद दिवस पूरे देश में उन महान वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए मनाया जाता है, जिन्होंने अपनी जान देश के लिए न्योछावर कर दी थी। भगत सिंह के बलिदान को सम्मानित करने के लिए, 23 मार्च 2025 को शहीदी दिवस के अवसर पर इन ऐतिहासिक स्मारकों की यात्रा करें और उनकी कुर्बानियों को याद करें।
यह स्मारक उस पवित्र स्थल को चिह्नित करता है जहां भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव का अंतिम संस्कार किया गया था। 1968 में पंजाब के फिरोजपुर में निर्मित, यह स्मारक हर साल 23 मार्च को शहीदी मेला आयोजित करता है, जहां लोग उनके बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एकत्रित होते हैं।
यह संग्रहालय भगत सिंह के पैतृक गांव में स्थित है और उनके शहीदी दिवस की 50वीं बरसी पर स्थापित किया गया था। यहां भगत सिंह की व्यक्तिगत वस्तुएं, डायरी, फोटोग्राफ्स और अन्य यादगार चीजें प्रदर्शित की गई हैं।
यह एक हरा-भरा स्मारक उद्यान है, जो कोलकाता के अलमबाजार क्षेत्र में स्थित है और भगत सिंह की याद में बनाया गया है। जयपुर और इचलकरंजी में भी उनके सम्मान में पार्क बनाए गए हैं, जो उनकी वीरता को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
सुप्रीम कोर्ट अपने संग्रहालय में भारतीय इतिहास के ऐतिहासिक मुकदमों को प्रदर्शित करता है, जिसमें 1929 में ब्रिटिश अधिकारी की हत्या के मामले में शहीद भगत सिंह के मुकदमे पर एक बड़ा खंड है।
नोएडा के पास नलगढ़ा गांव में हाल ही में एक स्मारक और पार्क का निर्माण किया गया है, जो देशभक्ति और राष्ट्रीय प्रेम की भावना को जीवित रखने के लिए समर्पित है। भगत सिंह ने 1929 में इस गांव में एक साल से अधिक समय बिताया था, और इस स्थान से उनकी गहरी जुड़ाव की याद को अब यह स्थल संजोए हुए है।