निधि मिश्रा
विषु केरल का नववर्ष है, जिसे शुभ वस्तुओं जैसे फल, सब्जियां, सोने के आभूषण और शीशे से सजी एक विशेष थाली के साथ मनाया जाता है। परिवार इस दिव्य दृश्य के साथ सुबह जागते हैं, यह विश्वास करते हुए कि यह समृद्धि और खुशहाली बनी रहें।
बड़े बुजुर्ग परिवार के छोटे सदस्य को पैसे देकर आशीर्वाद और समृद्धि का प्रतीक बनाते हैं। यह सालभर के लिए प्रेम और शुभकामनाओं का एक खूबसूरत इशारा होता है।
केरल के पारंपरिक व्यंजनों से भरा एक भव्य शाकाहारी भोज, जो केले के पत्ते पर परोसा जाता है। यह स्वादिष्ट भोजन उत्सव का मुख्य आकर्षण बनता है।
विषु के दौरान भगवान विष्णु और कृष्ण को समर्पित मंदिरों की यात्रा एक महत्वपूर्ण परंपरा है। इस समय गुरुवायूर और अरनमुला मंदिर खास तौर पर भक्तों के बीच लोकप्रिय होते हैं। यहां हम विषु मनाने के लिए सबसे अच्छे मंदिरों की जानकारी दे रहे हैं।
भगवान कृष्ण का प्रमुख तीर्थ स्थल, विषु के दौरान एक महत्वपूर्ण आकर्षण बन जाता है। भक्त यहां 'विषुक्कणी' और भव्य उत्सवों का दर्शन करते हुए आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
अपने ऐतिहासिक नाव दौड़ और शांतिपूर्ण माहौल के लिए प्रसिद्ध, अरनमुला मंदिर पारंपरिक रीति-रिवाजों के बीच विषु का एक आध्यात्मिक और दिव्य अनुभव प्रदान करता है।
इस प्राचीन मंदिर का शांतिपूर्ण वातावरण विषु के दौरान एक गहन आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है, जहां श्रद्धालु आत्मचिंतन और प्रार्थनाओं में डूबकर दिव्यता का अनुभव करते हैं।
भगवान विष्णु को समर्पित यह मंदिर विषु के अवसर पर विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जहां श्रद्धालु पारंपरिक पूजा-अर्चनाओं में भाग लेकर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
अपने प्रसिद्ध 'पालपायसम' प्रसाद के लिए मशहूर, अंबलापुझा मंदिर विषु के दौरान एक प्रमुख स्थल है, जो श्रद्धालुओं को अपनी दिव्य वातावरण और पारंपरिक रीतियों से आकर्षित करता है।