Nidhi Mishra
KGF (कुल्लुर गोल्ड फील्ड्स) एक समय में दुनिया की दूसरी सबसे गहरी सोने की खान थी। यहां आने वाले पर्यटक इस ऐतिहासिक खनन क्षेत्र का दौरा कर सकते हैं, जहां वे इस क्षेत्र के समृद्ध इतिहास और सोने की खान की विरासत की अनोखी झलक पा सकते हैं।
यह स्थान, जिसे पहले बंगारागिरी के नाम से जाना जाता था, को ऋषि भृगु महार्षि का ध्यान स्थल माना जाता है। यहां स्थित वेंकटेश्वर मंदिर, जिसे 'बंगारू तिरुपति' के नाम से भी जाना जाता है, भगवान विष्णु को समर्पित एक पवित्र स्थल है।
‘दक्षिण का गया’ कहे जाने वाला अवानी एक अत्यंत खूबसूरत पहाड़ी स्थल है, जो अब एक प्रमुख धार्मिक केंद्र बन चुका है। ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण, यहां स्थित प्राचीन रामलिंगेश्वर मंदिर श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है, और यह मान्यता है कि श्रीराम, लक्ष्मण और सीता जी ने यहां यात्रा की थी।
बंगारपेट से महज एक छोटी सी ड्राइव पर स्थित कम्मासंद्रा का कोटिलिंगेश्वर मंदिर अपने 10 मिलियन से अधिक शिवलिंगों के लिए प्रसिद्ध है, जो इसे दुनिया के सबसे बड़े शिवलिंग संग्रहों में से एक बनाता है।
ब्रिटिश काल में बनाए गए इस जलाशय का मुख्य उद्देश्य कोलार गोल्ड फील्ड्स को पानी की आपूर्ति करना था। आज यह स्थल एक शांत और सुंदर स्थान के रूप में उभरा है, जहां पर्यटक पानी के किनारे एक शांति भरे दिन का अनुभव कर सकते हैं।
यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसमें होयसला वास्तुकला का सुंदर उदाहरण देखने को मिलता है। यह मंदिर चोल वंश के समय का एक प्राचीन स्थल है और बंगारपेट में आने वाले पर्यटकों के लिए यह एक अवश्य देखे जाने योग्य स्थान है।