– Nidhi Mishra
डे लाइट सेविंग एक प्रक्रिया है, जिसमें गर्मियों के दौरान घड़ियां कुछ समय के लिए आगे बढ़ाई जाती हैं, ताकि शाम को अधिक दिन की रोशनी मिल सके। इसका मतलब है कि सुबह अधिक रोशनी होगी और शाम को अंधेरा जल्दी हो जाएगा।
डे लाइट सेविंग टाइम का उद्देश्य ऊर्जा बचाना और दिन की रोशनी का बेहतर उपयोग करना है। इसका मुख्य उद्देश्य प्राकृतिक दिन की रोशनी का अधिकतम लाभ उठाना है, ताकि शाम के समय ऊर्जा की खपत कम हो सके।
डे लाइट सेविंग टाइम मार्च के दूसरे रविवार से शुरू होता है और नवम्बर के पहले रविवार को समाप्त होता है। 2024 में, यह 10 मार्च को शुरू हुआ था और 3 नवम्बर को समाप्त हुआ।
दरअसल, इसका उद्देश्य दिन की रोशनी का अधिकतम उपयोग करना है ताकि ऊर्जा की बचत हो सके। गर्मियों में दिन लंबे होते है, इसलिए घड़ी को एक घंटा आगे कर दिया जाता है, जिससे शाम को ज्यादा रोशनी मिलती है। इसका फायदा यह होता है कि लोग शाम को अधिक समय तक बाहर रह सकते हैं और ऊर्जा की खपत कम होती है।
सर्दी की संक्रांति शनिवार, 21 दिसंबर को होगी। इस दिन सूर्योदय देर से होगा और सूर्यास्त धीरे-धीरे पहले होने लगेगा, क्योंकि इस दिन से सर्दियों की शुरूआत हो जाएगी।