केरल घूमने का परफेक्ट 4 दिन का प्लान

केरल घूमने का परफेक्ट 4 दिन का प्लान
Updated Date: 27 August 2025

केरल अपनी अद्भुत प्राकृतिक खूबसूरती, बैकवॉटर, साफ-सुथरे बीच, हरे-भरे चाय बागान और समृद्ध संस्कृति के लिए जाना जाता है। यहाँ आकर आपको एक साथ पहाड़ों की ठंडी हवा, समुद्र का खूबसूरत नजारा और परंपराओं की झलक देखने को मिलती है। अगर आपके पास ज्यादा समय नहीं है, तो केरल घूमने के लिए 4 दिन काफी हैं। इन दिनों में आप हाउसबोट की सवारी कर सकते हैं, चाय बागानों में घूम सकते हैं, बीच पर रिलैक्स कर सकते हैं और केरल की खास संस्कृति का अनुभव आपकी यात्रा को यादगार बना देगा।


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4 दिन की यात्रा के लिए केरल जाने का सबसे अच्छा समय

केरल में गर्मी, मानसून और सर्दी हर मौसम की एक अलग खूबसूरती होती हैं। अब अक्टूबर से फरवरी तक का समय सबसे बेहतरीन माना जाता है, क्योंकि ठंडा मौसम घूमने के लिए परफेक्ट रहता है। इस दौरान बैकवॉटर की हाउसबोट राइड, मुन्नार के चाय बागान और कोवलम जैसे बीच पर घूमने का मज़ा दोगुना हो जाता है।

जून से सितंबर तक मानसून का सीजन होता हैं, इस दौरान हरियाली से भरे नज़ारों और झरनों का खूबसूरता दृश्य देखने को मिलता है। बारिश का यह मौसम आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट्स और स्पा थेरेपी के लिए भी सबसे अच्छा समय होता है। साथ ही, वायनाड और अथिराप्पल्ली जैसे जगहें झरनों की गूंज और हरियाली से मन मोह लेती हैं।

मार्च से मई तक गर्मियों का मौसम होता है, लेकिन यह समय हिल स्टेशन घूमने और परिवार के साथ छुट्टियाँ बिताने के लिए अच्छा रहता है। मुन्नार, थेक्कडी और नेल्लियामपथी जैसी ठंडी जगहें गर्मी से राहत देती हैं, जबकि बच्चों के साथ वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी और नेचर वॉक का अनुभव भी शानदार रहता है।

4 दिन की ट्रिप में केरल में घूमने की बेस्ट जगहें

1. मुन्नार

मुन्नार अपनी हरी-भरी पहाड़ियों और चाय बागानों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की ठंडी हवा और खूबसूरत नज़ारे हर किसी को सुकून देते हैं। आप चाय बागानों में घूम सकते हैं, एराविकुलम नेशनल पार्क देख सकते हैं और झरनों की सुंदरता का आनंद ले सकते हैं। यह जगह हनीमून कपल्स और नेचर लवर्स के लिए परफेक्ट है।

2. अलेप्पी

अलेप्पी को “केरल का वेनिस” कहा जाता है, क्योंकि यहाँ के बैकवॉटर बेहद प्रसिद्ध हैं। हाउसबोट की सवारी करते हुए आप शांत झीलों, नारियल के पेड़ों और गाँवों के खूबसूरत नज़ारों का आनंद ले सकते हैं। यह अनुभव आपको केरल की असली जीवनशैली और प्राकृतिक सुंदरता से रूबरू कराता है। कपल्स और परिवार के साथ घूमने के लिए यह जगह परफेक्ट है।

3. कोच्चि

कोच्चि को केरल का सांस्कृतिक और ऐतिहासिक शहर कहा जाता है, जहाँ पुरानी विरासत और आधुनिक जीवनशैली साथ-साथ देखने को मिलती है। फोर्ट कोच्चि की गलियाँ, औपनिवेशिक इमारतें और सेंट फ्रांसिस चर्च, यहाँ की पहचान हैं। समुद्र किनारे लगे बड़े-बड़े चीनी मछली पकड़ने के जाल पर्यटकों को खासा आकर्षित करते हैं। इसके साथ ही, कथकली नृत्य और कलरिपयट्टु मार्शल आर्ट जैसी पारंपरिक प्रस्तुतियाँ इस शहर की संस्कृति को और रंगीन बना देती हैं। इसीलिए कोच्चि घूमने से इतिहास, कला और परंपरा तीनों का अनुभव एक साथ मिलता है।

4. थेक्कडी

थेक्कडी प्रकृति और एडवेंचर पसंद करने वालों के लिए बेहतरीन जगह है। यहाँ का पेरियार वाइल्डलाइफ सेंक्चुरी घने जंगलों और वन्यजीवों के लिए मशहूर है। बोट सफारी के दौरान हाथी, हिरण और कई पक्षियों को करीब से देखना एक अनोखा अनुभव मिलता है। झील की शांति और हरियाली से घिरा माहौल इसे परिवार और प्रकृति प्रेमियों के लिए परफेक्ट बनाता है।

5. कोवलम और वर्कला

कोवलम और वर्कला केरल का सबसे मशहूर बीच डेस्टिनेशन हैं। कोवलम अपने सुनहरे रेत, लाइटहाउस और वाटर स्पोर्ट्स के लिए जाना जाता है। वहीं वर्कला का बीच ऊँची चट्टानों और शांत माहौल की वजह से खास है। यहाँ आप सनसेट का खूबसूरत नजारा देख सकते हैं और समुद्र किनारे रिलैक्स कर सकते हैं। दोनों जगहें हनीमून कपल्स और बीच लवर्स के लिए परफेक्ट ऑप्शन हैं।

6. वायनाड

वायनाड उन लोगों के लिए बेहतरीन जगह है, जो भीड़-भाड़ से दूर शांत माहौल में प्रकृति का आनंद लेना चाहते हैं। यह इलाका अपनी हरी-भरी पहाड़ियों, कॉफी और मसालों के बागानों के लिए मशहूर है। यहाँ आपको एडक्कल गुफाएँ और झरनों की खूबसूरती देखने को मिलती है। मानसून के समय यहाँ की हरियाली और झरनों की आवाज़ इसे और भी खास बना देती है। वायनाड सचमुच ऑफबीट डेस्टिनेशन की तलाश करने वालों के लिए परफेक्ट जगह है।

4 दिन की यात्रा के लिए केरल कैसे पहुँचे

हवाई मार्ग से

केरल पहुँचने का सबसे आसान तरीका फ्लाइट है। कोच्चि, त्रिवेंद्रम और कालीकट में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट हैं, जहाँ देश और विदेश से सीधी फ्लाइट मिलती हैं। इन शहरों से आप आसानी से बाकी जगहों तक पहुँच सकते हैं।

रेल मार्ग से

केरल रेल नेटवर्क से भी अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। कोच्चि, अलेप्पी और त्रिवेंद्रम जैसे बड़े रेलवे स्टेशन देश के कई हिस्सों से जुड़े हैं। ट्रेन यात्रा आरामदायक होने के साथ-साथ आपको रास्ते में खूबसूरत नज़ारे भी देखने को मिलते है।

सड़क मार्ग से

सड़क मार्ग से भी केरल आसानी से पहुँचा जा सकता है। नेशनल हाईवे-66 (NH-66) इसे कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे पड़ोसी राज्यों से जोड़ती हैं। आप यहाँ वॉल्वो और प्राइवेट बसों से सफर कर सकते हैं या टैक्सी और कार से रोड ट्रिप का मज़ा ले सकते हैं।

केरल यात्रा के लिए 4 दिन की आइटिनरी

केरल यात्रा के लिए 4 दिन की आइटिनरी

क्लासिक हिल्स और बैकवॉटर यात्रा पैकेज (मुन्नार + अलप्पी + कोच्चि)

कपल्स और पहली बार केरल आने वालों के लिए मुन्नार, अलेप्पी और कोच्चि घूमने के लिए परफेक्ट जगह है। कोच्चि की संस्कृति, मुन्नार की ठंडी हवा और चाय बागान, साथ ही अलेप्पी के बैकवॉटर में हाउसबोट की सवारी इस सफर को रोमांटिक और यादगार बना देती है।

बीच और बैकवॉटर यात्रा पैकेज (कोवलम + अलप्पी/कुमाराकॉम)

कोवलम का बीच रिलैक्सेशन के लिए और अलप्पी/कुमाराकॉम का हाउसबोट क्रूज़ परिवार के साथ समय बिताने के लिए बेहतरीन ऑप्शन है। यह सफर आपको सुकून के साथ प्रकृति की खूबसूरती का आनंद देता है।

वाइल्डलाइफ और स्पाइस ट्रेल्स यात्रा पैकेज (थेक्कडी + मुन्नार + कोच्चि)

पेरियार वाइल्डलाइफ सेंक्चुरी का अनुभव, मसाला बागानों की खुशबू, मुन्नार की हरी-भरी पहाड़ियाँ और कोच्चि की सांस्कृतिक विरासत मिलकर एडवेंचर और प्रकृति प्रेमियों के लिए यह सफर यादगार बना देती हैं।

नॉर्थ केरल यात्रा पैकेज (वायनाड + कालीकट)

वायनाड की पहाड़ियाँ, झरने और एडक्कल गुफाएँ ऑफबीट ट्रैवलर्स के लिए परफेक्ट हैं। कालीकट का तटीय आकर्षण और स्थानीय संस्कृति इस सफर को और खास बना देती है।

आयुर्वेद और वेलनेस रिट्रीट यात्रा पैकेज (कुमाराकॉम + कोवलम)

कुमारकोम का सुकून और कोवलम के बीच पर मिलने वाली आयुर्वेदिक थेरेपी और स्पा ट्रीटमेंट आपको पूरी तरह रिलैक्स कर देते हैं। यह सफर आराम और लग्ज़री पसंद करने वालों के लिए बिल्कुल सही है।

केरल में 4 दिन की यात्रा का बजट

केरल में 4 दिन की यात्रा का बजट

केरल में 4 दिन घूमने का खर्च आपकी पसंद पर निर्भर करता है। बजट ट्रिप किफ़ायती रहता है, जबकि मिड-रेंज और लक्ज़री ट्रिप में आराम और सुविधाएँ बढ़ने के साथ खर्च भी ज़्यादा हो जाता है।

बजट ट्रिप (₹10,000–₹16,000 प्रति व्यक्ति)

इसमें बजट होटल और होमस्टे मिल जाते हैं, जिनमें बेसिक रूम और ब्रेकफ़ास्ट शामिल होता है। बैकवॉटर घूमने के लिए दिन का क्रूज़ या साधारण हाउसबोट मिलती है, जिसमें सिंपल मील्स मिलते हैं। सेडान कैब से ट्रांसफर और साइटसीइंग कवर होते हैं, बाकी मील्स खुद मैनेज करने पड़ते हैं।

मिड-रेंज ट्रिप (₹18,000–₹28,000 प्रति व्यक्ति)

इसमें ठहरने के लिए 3–4 स्टार होटल और रिसॉर्ट मिल जाते हैं, जहाँ ब्रेकफ़ास्ट और कुछ जगहों पर डिनर भी शामिल होता है। प्राइवेट डीलक्स हाउसबोट में ओवरनाइट स्टे होता है, जिसमें खाना-पीना और शाम को स्नैक्स व चाय-कॉफ़ी भी उपल्बध होती हैं। इस ट्रिप में प्राइवेट हाउसबोट की प्राइवेसी और अच्छे रिसॉर्ट्स की सुविधाएँ मिलती हैं, जिससे अनुभव और भी यादगार बन जाता है।

लग्ज़री ट्रिप (₹32,000–₹60,000+ प्रति व्यक्ति)

लक्ज़री पैकेज में 5 स्टार होटल, लेक, क्लिफ व्यू रिसॉर्ट और कभी-कभी प्राइवेट पूल वाले कमरे भी मिल जाते हैं। इसमें हाउसबोट भी प्राइवेट और बहुत आरामदायक होती है, जहाँ खास डिनर और पर्सनल सर्विस मिलती है। सफर के लिए गाड़ी भी दी जाती है और साथ में स्पा या एक्स्ट्रा एक्टिविटी के भी ऑप्शन होते है।

फैमिली, हनीमून और ग्रुप ट्रिप ऑप्शन

फैमिली, हनीमून और ग्रुप ट्रिप ऑप्शन

फैमिली के लिए केरल 4 दिन की यात्रा योजना

फैमिली ट्रिप की शुरुआत कोच्चि से होती है, जहाँ फोर्ट कोच्चि, मरीन ड्राइव और हिल पैलेस म्यूज़ियम जैसी जगहें बच्चों और बड़ों दोनों को पसंद आती हैं। अगर छोटे बच्चे साथ हों तो वंडरला अम्यूज़मेंट पार्क का मज़ा भी लिया जा सकता है। दूसरे दिन परिवार मुन्नार पहुँचकर एराविकुलम नेशनल पार्क, मट्टुपेट्टी डैम पर बोटिंग और टी म्यूज़ियम घूम सकते है। तीसरे दिन अलेप्पी की हाउसबोट क्रूज़ परिवार के लिए सबसे यादगार पल बन जाता है, जहाँ बैकवॉटर, नारियल के पेड़ और गाँव के नज़ारे देखने को मिलते हैं। आखिरी दिन कोवलम बीच पर रिलैक्स करते हुए, बच्चों के साथ रेत में खेलते हुए और शॉपिंग का मज़ा लेते हुए यात्रा का समापन किया जा सकता है।

हनीमून स्पेशल केरल 4 दिन की यात्रा योजना

अगर हनीमून के लिए केरल जाने के बारे में सोच रहे है और आपके पास अगर ज्यादा समय नही हैं, तो 4 दिन की यात्रा की योजना भी बना सकते हैं।पहले दिन कोच्चि घूमने के बाद शाम को मरीन ड्राइव पर प्राइवेट सनसेट क्रूज़ का आनंद ले सकते है। दूसरे दिन मुन्नार की वादियों में कपल्स चाय बागानों के देखने जा सकते हैं और अट्टुकल वाटरफॉल्स की खूबसूरती का आनंद ले सकते हैं। तीसरे दिन अलेप्पी की प्राइवेट हाउसबोट पर ओवरनाइट स्टे हनीमून का सबसे खास अनुभव होता है, जहाँ कैंडल-लाइट डिनर और शांत बैकवॉटर व्यू और रोमांटिक बना देता है। आखिरी दिन वर्कला के क्लिफ और बीच पर टहलते हुए और सनसेट का खूबसूरत नजारा देख सकते हैं।

बजट बैकपैकर केरल 4 दिन की यात्रा योजना

कम बजट में भी बैकपैकर्स केरल को अच्छे से एक्सप्लोर कर सकते हैं। पहले दिन कोच्चि की गलियों में घूमते हुए फोर्ट कोच्चि, ज्यू टाउन और मट्टनचेरी पैलेस देखा सकते है। साथ ही लोकल स्ट्रीट फूड का स्वाद चख सकते है। दूसरे दिन लोकल बस से मुन्नार पहुँचकर चाय बागानों और झरनों की खूबसूरती का अनुभव किया जा सकता है, जहाँ होमस्टे या डॉरमिटरी में ठहरना किफ़ायती विकल्प होता है। तीसरे दिन अलेप्पी में बजट-फ्रेंडली डे-क्रूज़ या लोकल फेरी से बैकवॉटर घूमना बैकपैकर्स के लिए सही ऑप्शन है। आखिरी दिन वर्कला क्लिफ के कैफ़े, योगा सेशन और सस्ते बीच हॉस्टल का माहौल एकदम परफेक्ट बैकपैकिंग एक्सपीरियंस देता है।

बुज़ुर्ग यात्रियों के लिए शॉर्ट केरल टूर

बुज़ुर्ग यात्रियों के लिए 4 दिन का यह टूर सुकून और श्रद्धा दोनों का अनुभव करा सकता है। पहले दिन कोच्चि में फोर्ट कोच्चि और मरीन ड्राइव जैसी शांत जगहों के साथ-साथ पारदेशी सिनेगॉग और सेंट फ्रांसिस चर्च जैसे ऐतिहासिक धार्मिक स्थल देखे जा सकते हैं। दूसरे दिन मुन्नार की यात्रा में चाय बागानों और सुंदर व्यू पॉइंट्स का आनंद होटल से ही लिया जा सकता है, ताकि ज्यादा वॉकिंग न करनी पड़े। तीसरे दिन अलेप्पी के बैकवॉटर में प्राइवेट डे-क्रूज़ के साथ पास के मंदिरों में दर्शन करना भी एक सुखद अनुभव होता है। आखिरी दिन कोवलम या वर्कला बीच पर हल्की सैर करने के बाद स्थानीय मंदिरों और मार्केट में जाकर यात्रा को धार्मिक और यादगार अंदाज़ में पूरा किया जा सकता है।

केरल में 4 दिन की यात्रा के दौरान मिस न करने वाले खास अनुभव

अल्लेप्पी में हाउसबोट पर रातभर रुकना

बैकवॉटर में तैरती हाउसबोट पर ठहरना अपने आप में बेहद खास अनुभव होता है। यहाँ बैठकर आप प्रकृति की खूबसूरती का आनंद ले सकते हैं। शाम को सूरज डूबते हुए देखना और रात की शांति इस अनुभव को और भी यादगार बना देती है।

मुन्नार की चाय बागानों में घूमना

हरे-भरे पहाड़ों पर फैले चाय के बागान मुन्नार की खूबसूरती बढ़ाते हैं। यहाँ आप चाय तोड़ने की प्रक्रिया देख सकते हैं और ताज़ा बनी चाय का स्वाद ले सकते हैं।

कथकली और कलरिपयट्टू शो देखना

केरल की पारंपरिक कला और संस्कृति को समझने के लिए कथकली (डांस ड्रामा) और कलरिपयट्टू (मार्शल आर्ट) का शो देखना ज़रूरी है। रंग-बिरंगे परिधान और चेहरे की अनोखी सजावट इसे और भी खास बना देते हैं।

आयुर्वेदिक मसाज और स्पा थेरेपी

अगर आप केरल आए हैं, तो आयुर्वेदिक मसाज और स्पा थेरेपी का अनुभव ज़रूर लें। हर्बल तेल और पारंपरिक तरीकों से की जाने वाली यह थेरेपी शरीर और मन दोनों को आराम देती है।

ओणम त्योहार का अनुभव

ओणम के समय पूरा केरल फूलों की सजावट, बोट रेस, पारंपरिक नृत्य और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से जगमगा उठता है। यह त्योहार केरल की संस्कृति को करीब से जानने का बेहतरीन मौका होता है।

केले के पत्ते पर परोसी जाने वाली सध्या

ओणम के दौरान केले के पत्ते पर परोसी जाने वाली सद्या का स्वाद लेना न भूलें। यह पारंपरिक भोजन ओणम पर परोसा जाता है। इसमें केले के पत्ते पर 20 से ज़्यादा व्यंजन परोसे जाते हैं – जैसे सांभर, अवियल और मीठा पायसम,जो खाने का अनुभव यादगार बना देते हैं।

केरल में 4 दिन की यात्रा के लिए टिप्स

  • हाउसबोट की बुकिंग हमेशा पहले से कर लें, क्योंकि पीक सीजन में जल्दी फुल हो जाते हैं। अच्छी कंपनी या ऑपरेटर चुनें और पहले से किराया, खाने-पीने और रातभर ठहरने की सुविधाओं की जानकारी ले लें।
  • मुन्नार जैसी हिल स्टेशनों में ड्राइव करते समय सावधानी रखें। मोड़ और ढलानों पर ध्यान से चलाएं। अगर आप खुद गाड़ी चला रहे हैं, तो अच्छी सड़क और मौसम की जानकारी लेते रहें।
  • केरल के मंदिरों में प्रवेश करते समय शालीन और परंपरागत कपड़े पहनें। पुरुषों के लिए लंबी धोती या पैंट और शर्ट, महिलाएं साड़ी पहन के जा सकती हैं।
  • स्थानीय लोगों के साथ हमेशा सम्मानपूर्वक व्यवहार करें। बिना अनुमति फोटो न लें। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर अपने सामान और अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें।

कॉन्क्लूज़न

4 दिन में भी सफर बेहद यादगार हो सकता है। इस दौरान आप बैकवॉटर की शांति, हिल स्टेशनों की हरियाली और पारंपरिक संस्कृति का आनंद ले सकते हैं। स्वादिष्ट भोजन और स्थानीय त्योहारों का अनुभव इसे और खास बना देता है। केरल की यात्रा छोटे समय में भी अपनी खूबसूरती और विविधता से हर किसी को आकर्षित कर लेती है।
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Image Sources: Wikimedia Commons, Facebook, and Pexels.

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या केरल की 4 दिन की यात्रा पर्याप्त है?

अगर आपके पास कम समय है, तो 4 दिन की यात्रा में भी आप केरल के बेहतरीन अनुभव ले सकते हैं। बैकवॉटर, हिल स्टेशन और स्थानीय संस्कृति का मज़ा आराम से लिया जा सकता है।

4 दिन की केरल यात्रा का खर्च कितना होता है?

खर्च आपके ट्रैवल स्टाइल पर निर्भर करता है।

  • बजट ट्रिप: ₹12,000 – ₹18,000 प्रति व्यक्ति
  • मिड-रेंज ट्रिप: ₹20,000 – ₹35,000 प्रति व्यक्ति
  • लक्ज़री ट्रिप: ₹40,000+ प्रति व्यक्ति (इसमें होटल, हाउसबोट, कैब, भोजन शामिल होता हैं।)

4 दिन में मुनार + अल्लेप्पी या कोवलम + अल्लेप्पी कौन- सी जगह घूमना बेहतर रहेंगा?

अगर आप पहाड़ और बैकवॉटर का अनुभव लेना चाहते हैं, तो मुन्नार + अल्लेप्पी सबसे अच्छा विकल्प है। लेकिन अगर आप बीच और बैकवॉटर का मज़ा लेना चाहते हैं, तो कोवलम + अल्लेप्पी जा सकते हैं। इसके अलावा हनीमून और प्रकृति प्रेमियों के लिए मुन्नार + अल्लेप्पी ज्यादा लोकप्रिय है।

केरल की छोटी यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय कब है?

केरल में घूमने के लिए अक्टूबर से मार्च का समय सबसे अच्छा माना जाता है, क्योंकि मौसम सुहावना और घूमने के लिए आरामदायक होता है। लेकिन अगर आप मानसून का जादू और आयुर्वेदिक थेरेपी का मज़ा लेना चाहते हैं, तो जून से सितंबर भी अच्छा रहता है।

क्या केरल अकेली महिला यात्रियों के लिए सुरक्षित है?

केरल भारत के सुरक्षित राज्यों में से एक है और यहाँ महिलाएँ अकेले भी यात्रा कर सकती हैं। ध्यान रखें कि रात में सुनसान जगहों पर अकेले न जाएं, अपने सामान का ध्यान रखें और स्थानीय नियमों का पालन करें।

Category: hindi, Kerala, Places To Visit

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